रात और दिन बस यह कहता रहुॅं
तेरे बगैर मैं कैसे रहुॅं
हर लमहा तुझको मैं याद करूॅं
तेरे बगैर मैं कैसे रहूॅं
मिलजा रूबरू मेरे खुदा … 4
माना है मैंने तुझको अपना खुदा
मरकर भी तू ही है जो जिन्दा हुआ – 2
कुदरत बनाने वाले ताकत है तू
तुफाॅं मिटाने वाली आवज़ है तू
रेत के जरौ जीतनी आशिष है तू
सूरज से भी तेज रोशनी है तू – 2
अपना है अपना है, जिन्दा है जिन्दा है
ताकत है ताकत है आवज़ है – 2
मिलजा रूबरू मेरे खुदा …